पहले जहाँ गेमिंग को पुरुष-प्रधान क्षेत्र माना जाता था, वहीं अब महिलाएं इस दुनिया में अपनी जगह बना रही हैं – न केवल खिलाड़ी के रूप में, बल्कि कोच, एनालिस्ट, कंटेंट क्रिएटर और कम्युनिटी लीडर के रूप में भी।
भारत में बदलाव की तस्वीर:
- स्ट्रीमर और कंटेंट क्रिएटर: Payal Gaming, Mili kya Mili जैसी महिला गेमर्स अब लाखों सब्सक्राइबर और दर्शकों के साथ सोशल मीडिया पर सक्रिय हैं।
- ई-स्पोर्ट्स में भागीदारी: महिला ई-स्पोर्ट्स टीमों की संख्या बढ़ रही है। खासकर मोबाइल गेमिंग में इनकी उपस्थिति तेज़ी से बढ़ी है।
- कम्युनिटी सपोर्ट: अब विशेष महिला गेमिंग कम्युनिटीज़, टूर्नामेंट्स और मेंटरशिप प्रोग्राम्स भी शुरू हो चुके हैं।
चुनौतियाँ भी मौजूद हैं: ट्रोलिंग, लैंगिक भेदभाव और सुरक्षित स्पेस की कमी अभी भी बाधा बनी हुई है। लेकिन कम्युनिटी और कंपनियाँ अब इस पर काम कर रही हैं।
यह बदलाव एक नई क्रांति की ओर इशारा करता है — जहाँ गेमिंग न केवल जेंडर न्यूट्रल बनेगा, बल्कि विविधता और समावेशिता का प्रतीक भी होगा। महिला गेमर्स का बढ़ता योगदान इस दिशा में एक मजबूत कदम है।