ई-स्पोर्ट्स ने भारत में मनोरंजन से आगे बढ़कर एक करियर विकल्प का रूप लेना शुरू कर दिया है। 2020 के बाद से इस क्षेत्र में तेजी से वृद्धि देखी गई है और 2025 तक भारत एक महत्वपूर्ण वैश्विक ई-स्पोर्ट्स हब बनने की ओर अग्रसर है।
विस्तार के कारण:
- 5G और इंटरनेट एक्सेस: हाई-स्पीड कनेक्टिविटी ने ऑनलाइन प्रतियोगिताओं को सुलभ बनाया।
- टूर्नामेंट्स और लीग्स: BGMI, Valorant, और Free Fire जैसे खेलों ने भारत में कई बड़ी लीग्स और ईनाम प्रतियोगिताओं को जन्म दिया।
- ग्लोबल एक्सपोजर: भारतीय टीमें अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा कर रही हैं, जिससे देश की पहचान बन रही है।
प्रभाव:
- करियर के नए विकल्प: अब गेमर, कोच, विश्लेषक, स्ट्रेटेजिस्ट, कंटेंट क्रिएटर जैसे कई नए प्रोफेशन उभर रहे हैं।
- युवाओं की भागीदारी: स्कूली और कॉलेज स्तर पर ई-स्पोर्ट्स क्लब्स बनने लगे हैं।
- आर्थिक प्रभाव: ब्रांड्स और स्पॉन्सरशिप के ज़रिए आर्थिक गतिविधियाँ और रोजगार के अवसर बढ़ रहे हैं।
भविष्य में यदि नीति और शिक्षा के साथ सहयोग मिले, तो ई-स्पोर्ट्स भारत में खेल और टेक्नोलॉजी का मिलाजुला रूप बन सकता है।